बेबीलोन गिर पड़ा है: उसमें से निकल आओ मेरे लोगों!
संसार का अंत हो रहा है, अब जल्द ही और समय नहीं रहेगा, जल्द ही सभी युगों का चरम बिंदु संसार पर आने वाला है, भयानक खतरे की इस घड़ी में स्वर्ग खामोश नहीं है। यहुवाह ने अपने बच्चों को पृथ्वी पर आने वाले संकट का जो कभी नहीं जाना गया सामना करने के लिए, पहली चेतावनी दिये बिना नहीं छोड़ा है।
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खतरे की इस भयानक घड़ी में स्वर्ग खामोश नहीं है, यहुवाह ने अपने बच्चों को पृथ्वी पर आने वाले संकट का सामना करने के लिए जो कभी जाना ही नहीं, पहली चेतावनी दिये बिना नहीं छोड़ा है। |
कभी संसार को दिये गये अंतिम संदेश में एक बहुत ही पवित्र चेतावनी सम्मिलित है:
इस के बाद मैं ने एक स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा,...उस ने ऊंचे शब्द से पुकार कर कहा, कि गिर गया बड़ा बाबुल गिर गया है:... हे मेरे लोगों, उस में से निकल आओ; कि तुम उसके पापों में भागी न हो, और उस की विपत्तियों में से कोई तुम पर आ न पड़े। क्योंकि उसके पाप स्वर्ग तक पहुंच गए हैं, और उसके अधर्म यहुवाह को स्मरण आए हैं। जैसा उस ने तुम्हें दिया है, वैसा ही उस को भर दो, और उसके कामों के अनुसार उसे दो गुणा बदला दो, जिस कटोरे में उस ने भर दिया था उसी में उसके लिये दो गुणा भर दो। (प्रकाशित वाक्य 18:4-6)
धर्मशास्त्र में "बेबीलोन" को झूठे धर्मों और सांसारिक मौज-मस्ती के प्रतीक के रूप में उपयोग किया गया है। पृथ्वी को अंतिम चेतावनी यहुवाह के लोगों के लिए एक पुकार है जो अभी भी बेबीलोन में है। यह संदेश शाश्वत परिणामों से भरा हुआ है क्योंकि इसके तुरंत बाद संसार और बेबीलोन का अंतिम सात महामारियों द्वारा विनाश होना है। वे सभी जो महा क्रोध के दिन में सुरक्षा पाएंगे, उन्हें परम प्रधान की शरण में होना आवश्यक है। केवल वही जिन्होंने बेबीलोन से बाहर आने की पुकार का ध्यान रखा है उस समय सुरक्षित रहेंगे।
शैतान जानता है कि सभी जिन्होंने इस चेतावनी का ध्यान रखा है, उसके भ्रम जाल से अनंत समय के लिए सुरक्षित रहेंगे। इसलिए, शैतान ने सर्वश्रेष्ठ भ्रम की रचना की और यह लाखों भोले-भाले मसीहियो को अपने भ्रम जाल में फसा रहा है। सर्वश्रेष्ठ भ्रम जाल यह है:
"ये संदेश मुझ पर लागू नहीं होता क्योंकि मैं बेबीलोन में नहीं हूँ।”
स्वर्गीय संदेश से कंधे झाड़ने के लिए विभिन्न लोगों के पास विभिन्न कारण है। कुछ के लिए ये चेतावनी इसलिए अस्वीकार हो जाती है क्योंकि वे "Protestant" धर्म सुधार मसीही है और धर्मगुरु पोप में विश्वास नहीं करते; इसलिए ये संदेश उन पर लागू नहीं होता। दूसरों के लिए, यह चेतावनी इसलिए अस्वीकार की गयी है क्योंकि वे सप्ताह के सातवें-दिन पर उपासना करते है। वे पोप की उपासना के दिन, रविवार पर उपासना नहीं करते; इसलिए, यह संदेश उन पर लागू नहीं होता।
सभी जो संदेश को अस्वीकार करते है वे ऐसा इसलिए करते है क्योंकि वे किसी ऐसे सत्य पर विश्वास करते है जिसे वे सोचते है कि वह उन्हें एक अलग स्थान पर रखता है जो हर किसी से आत्मिक रूप से अधिक उच्च है। क्योंकि उनके पास यह सत्य है, वे विश्वास करते है कि यह संदेश उन पर भी लागू नहीं होता।
स्वर्गीय चेतावनी को अस्वीकार करना ये विश्वास करते हुए क्योंकि आपके पास
जो विश्वास है उसके कारण आप पर लागू नहीं होती, बेहद गंभीर है। ये एक शाश्वत
आत्मिक अंधापन और आत्महत्या है। जिनके पास जितना अधिक प्रकाश होगा वह उतना ही अधिक
सत्य पर विश्वास करेगा ओर उतना ही अधिक नये प्रकाश तथा सत्य को अस्वीकार करने का
जोखिम भी होगा। शैतान बहुतो के मस्तिष्क को अंधा कर देता है जो दूसरों के सामने बाईबल
के सत्य को पकड़े रहने का दावा करते है। वह उन्हें यह मानने के लिए अग्रसर करता है
कि वे पहले से ही उद्धार के लिए जरूरी सत्यों को पकड़े हुए है।
यहुवाह का महान प्रेमी हृदय फिर भी उसके अंधे बच्चों के लिए तरस से भरा रहता है।
“मैं तेरे कामों को
जानता हूं कि तू न तो ठंडा है और न गर्म: भला होता कि तू ठंडा या गर्म होता।
सो इसलिये क्योंकि तू गुनगुना है, और न ठंडा है और न गर्म, मैं तुझे अपने मुंह से उगलने पर हूं। क्योंकि तू कहता है, कि मैं धनी हूं, और धनवान हो गया हूं, और मुझे किसी वस्तु की घटी नहीं, और यह नहीं जानता, कि तू अभागा और तुच्छ और कंगाल और अन्धा, और नंगा है।” (प्रकाशित वाक्य 3:15-17, NKJV)
अंतिम पीढी़ को बाईबल के महान सत्य से पिछली किसी भी पीढी़ से ज्यादा आशीषित किया गया है। फिर भी, इस प्रदान किये गये सत्य के दान में घमंड करना मस्तिष्क में एक ऐसी धारणा बना देती है जो स्वतः ही नये प्रकाश को अस्वीकार कर देता है। जितना अधिक प्रकाश होगा उतना ही अधिक खतरा आत्मिक घमंड और आत्मिक अंधेपन का होगा।
क्योंकि संदेश अंधेपन के लिए चेतावनी देता है, यह आवश्यक है कि विश्वास के द्वारा यह स्वीकार किया जाये कि गुनगुना होने का संदेश आप पर लागू होता है। तब स्वर्ग निदान प्रदान करता है:
“मैं तुझे सम्मति देता हूं, कि आग में ताया हुआ सोना मुझ से मोल ले, कि तू धनी हो जाए; और श्वेत वस्त्र ले कि पहनकर तेरे नंगेपन की लज्जा ना पता चले; और अपनी आंखों में सुर्मा लगा, कि तू देखने लगे।” (प्रकाशित वाक्य 3:18, NKJV)
बेबीलोन से बाहर आने और उससे अलग होने
की बुलाहट उनके लिए है जिन्हें यहुवाह
"मेरे लोग" कहता है। इसलिए वे सब जो अपने आपको
यहुवाह के लोग मानते है, उन्हें इस चेतावनी पर सावधानीपूर्वक ध्यान देना चाहिए।
उन्हें अध्ययन करना चाहिए कि यह कैसे उन पर लागू होती है। विश्वास की कोई भी
प्रणाली बची नहीं है। कोई भी विशेष सम्प्रदाय निंदा से मुक्त नहीं है। सब जिन्हें
यहुवाह मेरे लोग कहता है बेबीलोन से बाहर आने की बुलाहट में शामिल है।
पुराना नियम में अन्तिम पीढी़ के लिए एक समानान्तर चेतावनी है।
“गला खोलकर पुकार, कुछ न रख छोड़, अपनी वाणी को नरसिंगे के समान ऊंची कर; मेरी प्रजा को उनका अपराध और याकूब के घराने को उसका पाप जता दे।” (यशायाह 58:1, NKJV)
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धर्मशास्त्र में "बेबीलोन" को झूठे धर्मों, झूठी शिक्षाओं तथा सांसारिक मौज-मस्ती का प्रतीक माना गया है, बेबीलोन से बाहर आने की अंतिम पुकार यहुवाह के उन लोगों को जाती है जो यह जानते भी नहीं कि वे बेबीलोन में है। |
ये यहुवाह के अपने लोग थे जिन्हें पाप करने के लिए चेतावनी दी गयी है, और फिर, इससे आगे का पद प्रगट करता है कि वे उनके पापों के लिए अंधे थे:
“वे प्रति दिन मुझे खोजते और मेरे मार्गों को जानने की इच्छा ऐसी रखते हैं मानो एक जाति ने उचित ही किया, और [जैसे की उन्होंने] अपने...[एलोहा] के नियमों को नहीं छोड़ा।” (यशायाह 58:2, NKJV)
यह चेतावनी उन लोगों के लिए जाती है जो अपने बनानेवाले को प्रतिदिन खोजा करते है तथा जो उसके मार्गों को जानकर आनंदित होते है। यहुवाह अपने लोगों को बुला रहा है कि वे उन पापों से पश्चाताप करें जिनसे वे खुद अंजान है।
यशायाह का अध्याय 58 उस नियम को प्रगट करता है जो भुला दिया गया:
यदि तू विश्रामदिन को अशुद्ध न करें अर्थात् मेरे उस पवित्र दिन में अपनी इच्छा पूरी करने का यत्न न करें, और विश्रामदिन को आनन्द का दिन और यहुवाह का पवित्र किया हुआ दिन समझकर माने; यदि तू उसका सम्मान करके उस दिन अपने मार्ग पर न चले, अपनी इच्छा पूरी न करें, और अपनी ही बातें न बोले, तो तू यहुवाह के कारण सुखी होगा… (देखिए 58:13-14)
पिछले पद में यह वर्णन किया गया है कि अंत के दिनों में सब्त की पुनःस्थापना का कार्य होगा:
“और तेरे वंश के लोग बहुत काल के उजड़े हुए स्थानों को फिर बसाएंगे; तू पीढ़ी-पीढ़ी की पड़ी हुई नींव पर घर उठाएगा; तेरा नाम टूटे हुए बाड़े का सुधारक और पथों का ठीक करने वाला पड़ेगा। (यशायाह 58:12)
यहुवाह के लोगों के लिए बेबीलोन से बाहर आने की पुकार उन लोगों को जाती है जो जानते भी नहीं कि वे अभी बेबीलोन में ही है। लोग जो बेबीलोन में पूरी तरह से डूबे हुए है वे यह नहीं जानते और न ही इसे देख सकते है। घातक आत्मिक अंधापन उन्हें उनके पास उपलब्ध सत्य पर घमंड करने के लिए अगुवाई करता है और स्वर्गीय अंतिम चेतावनी को ऐसे गिनते है जैसे वो उनके लिए नहीं है।
- बेबीलोन दुनिया के सिर्फ मूर्तिपूजक धर्म नहीं है।
- बेबीलोन सिर्फ इस्लाम नहीं है।
- बेबीलोन सिर्फ रोमन कैथोलिक चर्च नहीं है।
- बेबीलोन सिर्फ रविवार का दिन मानने वाले चर्च नहीं है।
- बेबीलोन सिर्फ शनिवार का दिन मानने वाले चर्च नहीं है।
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बेबीलोन सभी संगठित धर्म और सम्प्रदायों को सम्मिलित करता है, क्योंकि आज के सभी सम्प्रदाय अपने उपासना के दिन: शुक्रवार, शनिवार या रविवार निर्धारित करने के लिए मूर्तिपूजक कैलेंडर पर आधारित एक पोप के कैलेंडर का उपयोग करते है। |
बेबीलोन सभी संगठित धर्म और सम्प्रदायों
को सम्मिलित करता है, क्योंकि आज के सभी सम्प्रदाय अपने उपासना के दिन: शुक्रवार,
शनिवार या रविवार निर्धारित करने के लिए मूर्तिपूजक कैलेंडर पर आधारित एक पोप के
कैलेंडर का उपयोग करते है।
चाहे आप रोमन कैथोलिक हो, या सेवंथ डे एडवेंटिस्ट; चाहे आप कट्टरपंथी ओरथडोक्स हो या दुनियाभर में फैले चर्च आफ गोड; चाहे आप बैपटिस्ट हो या मैथोडिस्ट या प्रिसबेटेरियन या लूथरन या नाजरेने या करिश्माई चर्च या कोई भी। यदि आपका समुदाय शुक्रवार, शनिवार या रविवार पर उपासना करता है तो आप "बेबीलोन" में है और ये निमंत्रण आपके लिए है।
बेबीलोन से बाहर आना जीवन-बदलाव की घटना है, ये किसी के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र पर असर डालता है:
- कैरियर का लक्ष्य
- शिक्षा सम्बन्धी
- जीवनशैली
- आहार
- पोशाक
- मित्रता ओर संगति
- चर्च की संबद्धता
बेबीलोन अपने ही पापों में गिरा हुआ, मूर्तिपूजन और शैतानिक भ्रम में जुड़ा हुआ संसार है। बेबीलोन से बाहर आना, संसार और उसके आकर्षण से पूर्ण अलगाव मांगता है। सांसारिक आकर्षण लोगों के लिए अलग-अलग होता है। कुछ के लिए ये सांसारिक सफलता के साज-सामान है। दूसरों के लिए ये उनके चर्च परिवार की सहभागिता है।
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अलग हो जाना भिन्न होना है। यह बहुत ही असुविधाजनक हो सकता है और यहां तक की लज्जाजनक भी। उपहास के भय से बहुत से लोग अनंत जीवन खो देंगे। |
कुछ के लिए उनके घर का प्रेम, कारें, जीवनशैली, मनोरंजन और शहरी जीवन के लुभावने साज-सामान होते है जो बेबीलोन के आश्रय के रूप में नहीं पहचाने जाते। सभी के लिए, दूसरों के विचार, चाहे वे सहयोगी, जीवनसाथी परिवार, मित्र या चर्च भी बेबीलोन के लिए मजबूत गांठ हो सकती है। अलग हो जाना भिन्न होना है। यह बहुत ही असुविधाजनक हो सकता है और यहां तक की लज्जाजनक भी। उपहास के भय से बहुत से लोग अनंत जीवन खो देंगे।
प्रत्येक व्यक्ति के पास भावनात्मक संबद्ध और सांसारिक आकर्षण का संयोजन होगा जो मस्तिष्क को बेबीलोन से बाहर आने और अलग होने की बुलाहट को पुनर्गठित करने के लिए लुभाएगा। पवित्र आत्मा हर एक व्यक्ति को उसके जीवन में "बेबीलोन" का क्या अर्थ होता है, समझाएगा। यह शाश्वत परिणाम होगा कि यहुवाह की आत्मा की प्रेरणा का तत्काल आज्ञापालन किया जाये।
बेबीलोन को छोड़ने की बुलाहट पर ध्यान देने के लिए आवश्यक है कि पिछले आत्मिक अंधेपन को स्वीकार किया जाये। और सत्य के पीछे हर कीमत पर चलने की स्वेच्छा हो। इसका अर्थ है, पवित्र आत्मा की आवाज को सुनना जब ये कहे "आज इसी दिन सांसारिक वस्तुएं और स्वर्गीय वस्तुएं के बीच चुनाव करो।”
जो अनंत जीवन के वारिस होते है, वे पृथ्वी पर "मेमना जहाँ कही भी जाये पीछे-पीछे चलते है चाहे कोई भी कीमत क्यों न हो।
क्या आप अपना क्रुस उठाकर अपने मुक्तिदाता यहुशूआ मसीह के पीछे चलेंगे। आज, क्या आप इस निमंत्रण को स्वीकार करेंगे? क्या आप बेबीलोन से बाहर आएंगे?