नये चन्द्रमाओं, विश्रामदिनों एवं ग्रेगोरियन कैलेंडर
निश्चय तुम मेरे विश्रामदिनों को मानना, क्योंकि तुम्हारी पीढ़ी पीढ़ी में मेरे और तुम लोगों के बीच यह एक चिन्ह ठहरा है, जिस से तुम यह बात जान रखो कि यहुवाह हमारा पवित्र करनेहारा है। इस कारण तुम विश्रामदिन को मानना, क्योंकि वह तुम्हारे लिये पवित्र ठहरा है…सदा की वाचा का विषय जानकर माना करें। (देखिए निर्गमन 31:13,14,16.)
वाचा” है, एक सर्वकालिक समझौता, यहुवाह और उसके लोगों के बीच। |
सब्त एक “सदा की वाचा" है, जो यहुवाह और उसके लोगों के बीच एक सर्वकालिक समझौता है। ये चिह्न है जो यहुवाह के विश्वास योग्य अनुयायियों को दुनिया भर के बाकी लोगों से अलग करता है। न सिर्फ कोई भी दिन बाईबल आधारित विश्रामदिन है, “परंतु सातवाँ-दिन तेरे एलोहीम यहुवाह का विश्रामदिन है।” (देखिए निर्गमन 20:8). बहुत से मसीही पुनरुत्थान के सम्मान में रविवार पर उपासना करते है। वे रविवार को “प्रभु का दिन” कहते है और विश्वास करते है कि सातवाँ-दिन का विश्रामदिन “क्रुस पर हटा दिया” गया था। यहुवाह की दिव्य व्यवस्था सदा की है। यहुशूआ जब पृथ्वी पर था तब उसने भी विश्राम के दिन का पालन किया, और उसी तरह से उसके सभी प्रेरितो तथा पहले के मसीहियो ने भी किया। यहुशूआ ने सब्त के स्वामित्व का दावा किया जब उसने कहा: “मनुष्य का पुत्र तो सब्त का भी प्रभु है।” (मत्ती 12:8 NKJV.) धर्मशास्त्र का असली “प्रभु का दिन” सातवाँ-दिन सब्त है!
क्योंकि सच्चा विश्रामदिन एक विशिष्ट दिन है, यह अति महत्वपूर्ण है कि उस वास्तविक दिन को गिनने के लिए समय मापने की सही प्रणाली का उपयोग किया जाये। समूचे इतिहास में, समय मापने की विभिन्न प्रकार की प्रणालियों का उपयोग हो चुका है। अफ्रीका और दक्षिणी अमेरिका में तीन और पाँच दिनों वाले सप्ताह का उपयोग किया गया था। मिस्रियों और फ्रांस गणराज्य के सौर कैलेंडरो में लम्बाई में मापे हुए दस दिनों वाले सप्ताहों का प्रयोग किया गया। आधुनिक इस्लामी कैलेंडर एक चन्द्र कैलेंडर है जो पुरी तरह से चाँद की गतिविधियों पर आधारित है। सौर वर्ष की तुलना में चन्द्र वर्ष छोटा होता है, इसलिए रमजान ग्रेगोरियन कैलेंडर वर्ष के माध्यम से पीछे प्रवहमान प्रतीत होते है। ग्रेगोरियन कैलेंडर समय की लम्बाई पर आधारित है, ये सूर्य को आकाश के अंतर में एक विषुव से उसी विषुव तक की परिक्रमा पूरी करने के लिए लेता है। यह एक सौर कैलेंडर है।
समय को मापने में, इनमें से किसी भी तरीके का उपयोग करने में कुछ गलत नहीं है। जबकि दोनों ही समय को अलग-अलग तरीकों से मापते है। उसी प्रकार से, मीट्रिक प्रणाली मीटर का तथा शाही प्रणाली गज का उपयोग करती है: फिर भी दोनों ही प्रणालियां लम्बाई को ही मापती है। समय को मापने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रणालियों का उपयोग अच्छे से किया जा सकता है। तथापि, सच्चा सातवाँ-दिन सब्त एक विशिष्ट दिन है। उस वास्तविक दिन को पाने के उद्देश्य से, समय-गणना की एक विशेष प्रणाली का उपयोग करना चाहिए। एक आदमी को “दाहिने से सातवें घर पर” जाने के लिये बोला जाये सही पते को ढूंढने में असमर्थ होगा अगर वह गलत गली पर हो। इससे पहले की वह सातवें घर से गिनना शुरु करें, सबसे पहले उसे सही गली पर होना होगा। समय का पालन करने की केवल वो प्रणाली जो सच्चा सातवाँ-दिन उजागर करती हो, सृष्टि का चन्द्र-सौर कैलेंडर है। केवल बाईबल सम्बंधी कैलेंडर उस वास्तविक दिन की सही गणना कर सकता है जो यहुवाह और उसके लोगों के बीच चिन्ह है।
यह सच है कि शनिवार आधुनिक सप्ताह का सातवाँ दिन है। फिर भी, यह शनिवार को धर्मशास्त्र का सातवाँ-दिन सब्त नहीं बनाता। आधुनिक सप्ताह मूर्तिपूजक ग्रहीय सप्ताह से आता है। जब यह जुलियन कैलेंडर द्वारा अपनाया गया था, सात दिवसीय ग्रहों का सप्ताह शनिवार से शुरु हुआ। आधुनिक ग्रेगोरियन कैलेंडर का उपयोग सच्चे सातवें दिन की गणना के लिये नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसमें बाईबल सम्बंधी समय माप की महत्वपूर्ण विशेषता का अभाव है: चन्द्र महीनों का। सृष्टिकर्ता का कैलेंडर प्रत्येक महीने के नये चाँद के दिन से शुरु होता है। प्रत्येक नये महीने का प्रथम दिन नये चाँद का दिन है:
और दाऊद ने योनातान से कहां, “वास्तव में कल नया चाँद है, और मुझे राजा के साथ बैठकर भोजन करने के लिये असफल नहीं होना चाहिये”…..
फिर योनातान ने दाऊद से कहां, “कल नया चाँद है; और तुझे याद किया जायेगा, क्योंकि तेरी कुर्सी खाली रहेगी।”…..
फिर दाऊद मैदान में जा छिपा। और जब नया चाँद हुआ, राजा दावत खाने को बैठा…..परंतु दाऊद का स्थान खाली रहा। (1शमुएल 20:5,18,24-25, NKJV)
हिब्रू शब्द “महीना” के लिये कोडेस (chodesh) का वास्तविक अर्थ है:
“नया चाँद; महीना।” chodesh का उल्लेख एक “महीना” या एक नये चाँद से दूसरे नये चाँद के दिन तक की अवधि से कर सकते है। (chodesh, #2320,The New Strong's Expanded Dictionary of Bible Words.)
जैसे कि बाईबल आधारित महीना नये चाँद के साथ शुरु होता है, साप्ताहिक विश्रामदिन कुदरती तौर पर चन्द्रमा से जुड़ा हुआ है। नये चाँद का दिन साप्ताहिक चक्र को पुन: शुरु करता है। यहुवाह ने ज्योतियों को आकाश में समय की गणना करने के स्पष्ट उद्देश्य से सृजा।
“दिन को रात से अलग करने के लिये आकाश के अन्तर में ज्योतियां हों; और वे चिन्हों, और नियत समयों, और दिनों, और वर्षों के कारण हो” (उत्पत्ति 1:14, KJV)
शब्द “नियत समयों” लिया गया है, शब्द Mo’ed (मोएड) से।
Mō’ĕd (मोएड) या mō’ādāh (मोअ्डाह); मंडली, उत्सवी सभा; नियुक्त समय, संकेत….जब यहूदी त्यौहार नियमित अंतराल पर घटित हुए, यह शब्द उनके साथ निकट रुप से पहचाना गया था। Mo’ed का सभी धार्मिक सभाओं के लिए व्यापक अर्थों में प्रयोग किया गया था। यह खुद निवासस्थान के साथ करीब से जुड़ा हुआ था…[यहुवाह] वहाँ इस्त्राएलियों से विशिष्ट समयों पर अपनी इच्छा उजागर करने के प्रयोजन से मिला करता था। यह [यहुवाह] के लोगों की उपासनाओं की सभाओं के लिए….एक आम शब्द है। (#4150, Hebrew-Greek Key Word Study Bible)
“उसने नियत समयों [Mo’ed] के लिए चन्द्रमा को नियुक्त (बनाया) किया है। (भजन संहिता 104:19 NKJV) |
भजन संहिता इन तथ्यों को सुदृढ़ करती है कि चन्द्रमा को “seasons” (नियत समयों) या Mo’ed (मोएड) की विशिष्ट गणना के लिये बनाया गया था।
“उसने नियत समयों [Mo’ed] के लिए चन्द्रमा को नियुक्त (बनाया) किया है। (भजन संहिता 104:19 NKJV)
समूचे धर्मशास्त्र में नये चन्द्रमाओं को सातवें-दिन के विश्रामदिनों से जोड़ा गया था। वे सभी अपने द्वारा उपासना के दिनों के एक विशेष वर्ग में आते है।
“यहुवाह यों कहता है, भीतरी आंगन का पूर्वमुखी फाटक काम काज के छ: दिन बन्द रहे, परन्तु विश्रामदिन को खुला रहे। और नये चाँद के दिन भी खुला रहे। (यहेजेकल 46:1)
वार्षिक पर्व भी अविभाजित रुप से नये चाँद से जुड़े हुए है। क्योंकि उनकी गणना करने के लिए ये नामुमकिन है कि उन्हें सिवाय चन्द्र-मास के, किसी और पर गिना जाये।
नये चाँद के दिन, और पूर्णमासी को हमारे पर्व के दिन नरसिंगा फुको। क्योंकि यह इस्त्राएल के लिये विधि, और याकूब के एलोहीम का ठहराया हुआ नियम है। (भजन संहिता 81:3 और 4)
नये चाँद का दिन यहुवाह को पुन: समर्पण का दिन था। कोई भी व्यापार नये चन्द्रमाओ पर नहीं किया गया था। पथभ्रष्ट इस्त्राएली अकसर वहां की धार्मिक क्रियाओं से उनके व्यापारिक गतिविधियों पर पड़ने वाले अवरोधो से मजबूरी में अधीर हो उठते थे।
“नये चाँद का दिन कब बीतेगा कि हम अनाज बेच पाये? और विश्रामदिन, की हम गेहूँ का व्यापार कर सके?” (आमोस 8:5, NKJV)
चूंकि हर चन्द्र-मास नये चाँद के दिन के साथ शुरु होता है, चन्द्र-मास की हर तारीख हमेशा सप्ताह के समान दिनों पर पड़ती है। नये चाँद का दिन हर महीने का प्रथम दिन है। यह कार्य सप्ताह के प्रथम दिन से गिना जाता है, जोकि सप्ताह का दूसरा दिन है। सातवें-दिन का विश्रामदिन चन्द्रमास के 8वे, 15वे, 22वे और 29वे दिन पर पड़ता है। यह समूचे धर्मशास्त्र में व्याख्या सहित है।
चूंकि साप्ताहिक चक्र हर नये चाँद के साथ शुरु होता है, ऐसा प्रतीत होता है कि चन्द्र सब्त ग्रेगोरियन सप्ताह द्वारा “प्रवहमान” रहते है। असलियत में, यह ग्रेगोरियन महीने ही है जो चन्द्रमासो के एक अति संगत प्रारुप के माध्यम से प्रवहमान है। जब सृष्टिकर्ता ने अपनी समय का पालन करने वाली सही प्रणाली को रचा, उसने अचूक और सुन्दर कैलेंडर के निर्माण के लिए सूर्य और चन्द्रमा दोनों का उपयोग किया: चन्द्र-सौर कैलेंडर का। चन्द्रमा महीनों को नियंत्रित करता है; सूर्य वर्षों को नियंत्रित करता है।
शनिवार सच्चे सातवें-दिन सब्त की एक जालसाजी है। ग्रेगोरियन कैलेंडर एक सौर कैलेंडर है। यह समय की गणना करने के लिए अपने आधार के रुप में केवल सूर्य का ही उपयोग करता है। यहां तक की नये चन्द्रमाओं को ग्रेगोरियन कैलेंडर पर गौर नहीं किया है। उनका निश्चित रुप से सातवें-दिन के विश्रामदिन के रूप में निर्धारण करने के लिए उपयोग नहीं किया गया है। जबकि समय की गणना के लिये किसी भी कैलेंडर का उपयोग किया जा सकता है, सृष्टि के चन्द्र-सौर कैलेंडर में केवल चन्द्रमा और सूर्य दोनों के संयुक्त कार्य का स्वर्ग के पवित्र Mo’ed उपासना के समयों: साप्ताहिक सातवाँ-दिन सब्त और वार्षिक पर्वों के निर्धारण करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
शैतान ने घोषित किया कि वह “समयों और व्यवस्थाओं” को बदल देगा” (देखिए दानिएल 7:25.) उसने दुनिया की अगुवाई करके समय मापने की एक नकली प्रणाली का उपयोग करने में एकमत करके ऐसा किया है: ग्रेगोरियन सौर कैलेंडर का।
“यहुवाह ने कहा है: “में यहुवाह हूँ, में बदलता नहीं।” (देखिए मलाकी 3:6) सब्त आज भी वैसे ही बन्धनकारी है जैसे यह सृष्टि के सप्ताह की समाप्ति पर था। जब उसने “सातवें दिन को आशीषित और पवित्र ठहराया।” (उत्पत्ति 2:3 NKJV). समूचे अनंतकाल के भविष्य में स्वर्ग के राज्य के प्रति ईमानदार रहने वाला हर कोई सृष्टिकर्ता की उपासना उन्हीं के कैलेंडर पर करेगा। सब्त की गणना के लिए उपयोग किया जाने वाला कैलेंडर चन्द्र-सौर कैलेंडर होगा। नये चन्द्रमाओं और सातवें-दिन के विश्रामदिन एक बार फिर से आनंद और धन्यवाद का समय होगा जब प्रेम और आभार की एक सामंजस्य धारा, एक संयुक्त सृष्टि से वापस सभी प्रेम के स्रोत से, सारी खुशियां और सारे आनंद तक बहेगी: यहुवाह सृष्टिकर्ता तक।
“क्योंकि जिस प्रकार नया आकाश और नई पृथ्वी, जो मैं बनाने पर हूं, मेरे सम्मुख बनी रहेगी, उसी प्रकार तुम्हारा वंश और तुम्हारा नाम भी बना रहेगा; यहुवाह की यही वाणी है। फिर ऐसा होगा कि एक नये चाँद से दूसरे नये चाँद के दिन तक और एक विश्रामदिन से दूसरे विश्रामदिन तक समस्त प्राणी मेरे सामने दण्डवत् करने को आया करेंगे; यहुवाह का यही वचन है।” (यशायाह 66:22 और 23)